चांदनी रात थी अरसे बाद की मुलाकात थी। चांदनी रात थी अरसे बाद की मुलाकात थी।
जिसे चाहा हो तुमने उसके चले जाने के बाद हर जगह उसी को ढूंढना मगर कही भी उसका पूरी तरह से एक जगह न मि... जिसे चाहा हो तुमने उसके चले जाने के बाद हर जगह उसी को ढूंढना मगर कही भी उसका पूर...
इस कविता मे धरती का महबूब उसे उसकी हुई बुरी हालत से रूबरू करवा रहा है... इस कविता मे धरती का महबूब उसे उसकी हुई बुरी हालत से रूबरू करवा रहा है...
और अति शोक को महसूस किया है। और अति शोक को महसूस किया है।
लेकिन अभी वो मुझे खुशियां देती है। लेकिन अभी वो मुझे खुशियां देती है।
कुछ सीमित अवधि के बाद ही हमको रिटायरमेंट की सूचना मिल जाया करती है ! हमें चाह करके कुछ सीमित अवधि के बाद ही हमको रिटायरमेंट की सूचना मिल जाया करती है ! ...